Monday 13 May 2019

बस कर अब ऐ पाकिस्तान

बस कर अब ऐ पाकिस्तान
भारत के जन जन की यही जुबान
अब नही कोई तेरा यहा सहारा
भारत ने दिखा दिया किनारा
ठान लिया है भारत ने करेगा तेरा नाश
खाने को न रोटी, पीने को न पानी होगा तेरे पास
वक्त है अभी भी सोच को सुधार
आतंकवाद की जड़ो को निकाल दे बाहर
जेश को अब जो दिया तूने ठिकाना
एक एक हिसाब पड़ेगा चुकाना
पकड़ पकड़ के मारेंगे एक एक को
चाहे तू बोले के तुम कितने ही नेक हो
सर्जिकल स्ट्राइक हो गयी अब पुरानी
भारत लिखेगा तेरी नई कहानी
कश्मीर पर जो तूने उठाई आंख
तेरे इरादो को कर देंगे राख
जितनी तेरी चादर है उतने पैर पसार
कही निकाल ने फेके भारत तूझे लाहौर के भी बहार
बस कर अब ए पाकिस्तान
                                    - नेहा जैन

No comments:

Post a Comment

मेरा क्या कसूर?

जिस दिन मेरा ग्रहप्रवेश हुआ तेरे मन में भ्रम प्रवेश हुआ सोच लिया तूने की अब बट जाएगा सबका प्यार क्योंकि तूने तो था माना बस खुद को ही हक़...